जिस आदमी ने हमें सिखाया है कि सौम्य तरीके से, आप दुनिया को हिला सकते हैं | उन्होंने अपने पीछे नैतिकता, आत्मनिर्भरता, क्षमा, अहिंसा और सत्याग्रह आदि की शिक्षाओं की विरासत छोड़ दी है। आज विश्व तेजी से विकसित हो रहा है पर अभी भी कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ सतत और समावेशी विकास की संभावनाएं निहित हैं और ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।